।। श्री गोपाल प्रभु: विजयते ।।
वि.1544 श्रावण कृष्णा तीज से आज पंचमी तक श्री गिरिराजजी पे दूध अरोगावावे जाते व्रजवासी ने उर्घ्वभुजा के दर्शन आज के दिन किये ।। और समस्त व्रजवासी ने दर्शन कर मानता करन लगे सं. 1535 में श्रीजी के सम्पूर्ण श्री अंग की प्राकट्य भयो…!!
चित्रलेखा सखी की सेवा
– गो.हरिराय(कड़ी-अहमदाबाद-सूरत-मुंबई)
Comments